Miracle of Consciousness

कुछ समय से मैं हर दिन एक ऐसी प्रेडिक्शन कर रहा हूँ जिससे मैं कुछ इनकम जनरेट कर सकूँ। पहले मेरी प्रेडिक्शन की एक्युरेसी हर दिन के हिसाब से 86% थी मतलब 20/23 दिन, जब मैंने थोड़ा समय दिया तब 95% से ऊपर हो चुकी है। हाँ मैं kush तो बहुत हूँ लेकिन जब मैंने ये रिसर्च ह्यूमन लाइफ पर लगाई तो मुझे काफी ड्रास्टिक रिजल्ट्स मिले। उससे मुझे ये पता चला कि कैसे इंसान अपनी ज़िंदगी में काफी सोचकर गलत निर्णय लेता है, फिर उसे सफलतापूर्वक एक्सीक्यूट करके दुनिया को दिखाता है। कैसे एक इंसान आसानी से झूठ बोलता है और मुझे पता भी चल जाता है।

कई बार मैं कुछ ऐसी चीजें देखता हूँ इंसान की ज़िंदगी में जो मैं उसे बता नहीं पाता, क्योंकि माँ भगवती मुझे कहीं न कहीं रोकती हैं, और कई बार मैं जानबूझकर गलत प्रेडिक्शन देता हूँ। देवी बड़ी निराली हैं वो, मुझे एक लेसन के रूप में भेजती हैं दूसरों की ज़िंदगी में, ताकि वो ठीक हो जाए। शायद मैं बना ही ऐसा हूँ। इसके लिए सारा श्रेय देवी को ही दूँगा, क्योंकि मैं तो बस एक मामूली इंसान हूँ।

कितना अजीब होता है ऐसे जीना, जब लोगों का दुःख सुनना पड़ता है, उन्हें प्रेम करना पड़ता है, उनका गुस्सा सहना पड़ता है (हालांकि एक कर्म ही पूरा हुआ मेरा)। मामूली लोगों को ये कहाँ से आएगी बात समझ में, वो तो अपने घमंड में ही रहते हैं (समझते नहीं चीजें)। एक साफ दिल के इंसान को ये सब चीजें सहनी पड़ती हैं क्योंकि वो सब कुछ ज्यादा सच बोलकर किसी का दिल नहीं दुखाना चाहता।

कुछ और ऐसी चीजें देखी हैं मैंने लोगों की, लोग 4 से 12 साल के रिश्ते में रह जाते हैं लेकिन जब कुछ परिस्थितियों की वजह से वह रिश्ता शादी में नहीं बदल पाता, तो कहते हैं कि मुझे जिसके साथ जिंदगी लिखी है उसी के साथ ही रहना है, कुछ नहीं कर सकते हम। बड़ा अजीब लगता है मुझे। जब यह घटना उनकी जिंदगी में हुई तब उन्हें समझ नहीं थी क्या? ऐसा भी हो सकता है कि परिस्थितियां ऐसी थीं कि वे इसमें आ गए हों और उन्हें लगा शायद यह सही हो।

लेकिन जब ऐसे लोग ऐसी परिस्थिति में फंस जाते हैं जो पूरी नहीं हो पाती है तो वे एक मरीज के समान हो जाते हैं। ऐसा में उनका किसी और से शादी करना एक श्राप के समान है अगर वे ठीक नहीं हो पाए। दोनों जिंदगियां खराब हो सकती हैं। मैं यह बिल्कुल नहीं कह रहा हूँ कि सब ऐसे होते हैं लेकिन ज्यादातर लोग। और मैं इन लोगों से काफी सहानुभूति करता हूँ। लेकिन कभी-कभी ये लोग अच्छे लोगों को ही फिर से दूर कर देते हैं और फिर वही जीवन चक्र में फंसे रहते हैं। इनको ठीक कर पाना काफी मुश्किल है।

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